जीवन जब ईश्वर के लिए सरल न था, तो हम मनुष्यों की औकात ही क्या है।

तपस्या अगर पार्वती की थी,
तो प्रतीक्षा शिव की भी रही होगी।
आँखों में आँसू सीता के थे,
तो तङप राम की भी रही होगी।
राधा कृष्ण को न पा सकीं,
तो अधूरे कृष्ण भी रहे होगें।

जीवन जब ईश्वर के लिए सरल न था,
तो हम मनुष्यों की औकात ही क्या।


भोलेनाथ और माता 
पार्वती


श्रीराम और सीता माता 

 
राधा और कृष्णा 

    🚩जय भोलेनाथ🚩    
🚩जय श्री राम🚩   
 🚩जय श्री कृष्णा 🚩

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